Wednesday, July 30, 2008

आईना टूट गया

आईना सामने आया तो आईना टूट गया,
जिसने हमको बर्बाद किया उसी ने हमको लुट लिया।
रोते है जब याद उनकी हमें आती है।
आईना देखता हूं तो सूरते नजर उनकी हमें आती है।
भूले से कभी हमको नींद आ जाती है
खवाबो में नजर बरात उनकी हमें आती है।।
आईना सामने आया तो आईना टूट गया,
जिसने हमको बर्बाद किया उसी ने हमको लुट लिया।।
वफ़ा के नाम पर एक गुनाह उन्होंने ये भी किया,
सारी खुशियों को दामन में अपनी समेट लिया।
दे दिए गम ज़माने भर के उसने,
अपने साजन को गलिये में भटकने की लिए छोड़ दिया।।
आईना सामने आया तो आईना टूट गया,
जिसने हमको बर्बाद किया उसी ने हमको लुट लिया।
साभार योगेश गौतम
जिन्होंने हमको बर्बाद किया उसी ने हमको लूट लिया।
भूल हो गई क्या हमसे ये बता तो जरा,
यू ही हमें तद्पाने में हुम्हे तो आया मजा।
यारो तुम न करना कभी मोहब्बत।
इसमे रुसवाई है और अरमानो की जलती है चिता।
आईना सामने आया तो आईना टूट गया,
जिसने हमको बर्बाद किया उसी ने हमको लुट लिया।।
साभार योगेश गौतम

अमोनियम नाइट्रेट फिर बना आतंक का कारक

बेंगलुरु व अहमदाबाद में हुए सिलसिलेवार बम धमाकों के बाद सूरत में लगातार कइ बम मिलने से पूरे देश में आतंक व दहशत का माहौल है एक बार फिर इन विस्फोटों में अमोनियम नाइट्रेट का प्रयोग किए जाने की बात सामने आइ है दूसरे शब्दों में कहें तो मुख्यतया खेती में इस्तेमाल किया जाने वाला अमोनियम नाइट्रेट इन दिनों आतंक का कारक बन चुका है जानकारों के अनुसार जो बम इन विस्फोटों में इस्तेमाल किए गए उसका वजन छह किलो का था और उसे बनाने में अमोनियम नाइट्रेट के साथ इंजिन आयल जिलेटिन की छडें कंक्रीट शारपनेल कंकड नट बोल्ट का प्रयोग किया गया था इसके बाद इसे एक चिप के सहारे जोडा गया था जो टाइमर डिवाइस की तरह काम करता है जब अमोनियम नाइट्रेट को इंधन के साथ मिलाया जाता है तो यह ताकतवर विस्फोटक के रुप में बदल जाता है यह काफी कम समय में गैस पैदा करता है और जैसे ही यह गैस फैलता है तो विस्फोट होता है अमोनियम नाइट्रेट आसानी से बाजारों में उपलब्ध है और इसे लाने ले जाने पर कोइ पाबंदी नहीं है इसलिए इन दिनों इसका प्रयोग आसान हो गया है

परमाणु डील की राह में बाधा पैदा कर सकता है पाकिस्तान

भारत के अमेरिका के साथ परमाणु करार के सौदे की राह में बाधा डालने वाले देशों में सबसे ऊपर नाम आ रहा है पाकिस्तान का पाक सरकार के उच्च पदस्थ सूत्रों के हवाले से यह जानकारी सामने आइ है शुक्रवार यानि एक अगस्त को जब अंतरराष्ट्रीय परमाणु एजेंसी आइएइए में जब परमाणु करार पर विचार के लिए निदेशक मंडल व सदस्य देशों की बैठक होगी तब पाकिस्तान बाधा पैदा कर सकता है हालांकि अमेरिकी राष्ट्रपति बुश ने पाकिस्तान पर दवाब बना रखा है कि वह समरथन दे मगर पाकिस्तान ने अब तक वोट पर अपना रुख साफ नहीं किया है पाकिस्तान संस्था के ३५ सदस्यों में से एक है और उसने पिछले दिनों यह लिखकर दिया है कि सेफगारड एग्रीमेंट का ड्राफ्ट असंसेधानिक है और इसे तुरंत बदला जाए इससे पहले पाकिस्तानी प्रधानमंत्री गिलानी ने भी वाशिंगटन से मांग की थी कि अमेरिका उसके साथ भारत जैसा ही करार करे और इसके लिए उसने अपने यहां के खान जैसे मामले की गलती को दोहराने से मना करने का वायदा भी किया था